कोटक महिंद्रा बैंक के Q1 FY26 नतीजे: क्यों घटा बैंक का शुद्ध लाभ?

मुख्य बातें

  • तिमाही शुद्ध लाभ में 7 की गिरावट, ₹3,282 करोड़ रहा।

  • शुद्ध ब्याज आय में 6% की बढ़त, ₹7,259 करोड़ रहा।

  • प्रावधान और आकस्मिकता खर्च में 109% की छलांग, ₹1,208 करोड़ हुआ।

  • सकल एनपीए 1.48% और नेट एनपीए 0.34% पर स्थिर।

  • कॅॅपिटल एडेक्वेसी रेशियो 23% और CET-I रेशियो 22.4%।

तिमाही के मुख्य आँकड़े और लाभ में गिरावट

कोटक महिंद्रा बैंक ने Q1 FY26 तिमाही के वित्तीय नतीजे जारी किए, जिनमें शुद्ध लाभ में 7% की गिरावट देखी गई है। इस तिमाही में बैंक का समायोजित शुद्ध लाभ ₹3,282 करोड़ रहा, जो पिछले वर्ष के ₹3,520 करोड़ से कम है। लाभ में इस कमी का मुख्य कारण प्रावधान और आकस्मिकता खर्चों में हुई तेजी है, जो ₹1,208 करोड़ तक पहुंच गया, जो पिछले साल की तुलना में 109% अधिक था। इस कारण बैंक के कुल मुनाफे पर नकारात्मक असर पड़ा।

नेट ब्याज आय में सुधार और ब्याज मार्जिन

बैंक की कोर इनकम यानी नेट ब्याज आय में 6% की वृद्धि हुई है और यह ₹7,259 करोड़ पर पहुंच गया है। इसके साथ ही नेट ब्याज मार्जिन 4.65% पर मजबूत बना हुआ है। यह सुधार बैंक की बेहतर फंडिंग लागत और ऋण पोर्टफोलियो के बढ़ाव का नतीजा है, जिससे बैंक की आय में वृद्धि हुई है।

खर्च और कार्यकारी दक्षता में प्रभाव

हालांकि, बैंक की कार्यकारी दक्षता में थोड़ा सुधार की बजाय गिरावट आई है। कॉस्ट-टू-इनकम अनुपात 46.19% रहा, जो पहले से अधिक खर्च की ओर संकेत करता है। रिटर्न ऑन इक्विटी (ROE) 10.94% रहा, जो पिछली अवधि के 13.91% की तुलना में गिरा है। यह बढ़ती लागत, विशेषकर कर्मचारियों और तकनीकी निवेश से जुड़ा है।

परिसंपत्ति गुणवत्ता और एनपीए की स्थिति

परिसंपत्ति की गुणवत्ता में मामूली गिरावट देखी गई है। सकल एनपीए 1.48% हो गया है, जो पिछले वर्ष की तुलना में थोड़ा अधिक है, जबकि नेट एनपीए 0.34% पर स्थिर है। प्रावधान कवरेज रेशियो 77% के स्तर पर बना हुआ है, जो बैंक की सुरक्षित परिसंपत्ति संरचना को दर्शाता है।

ग्राहक जमा और उधार में वृद्धि

बैंक की ग्राहक संपत्ति और उधार दोनों में सकारात्मक वृद्धि हुई है। ग्राहक संपत्ति ₹4,92,972 करोड़ तक पहुंच गई है, जबकि नेट उधार ₹4,44,823 करोड़ तक बढ़ा है। इसके विपरीत, CASA अनुपात में गिरावट आई है, जो इस तिमाही पर 40.9% रहा, जबकि पिछले वर्ष यह 43.4% था।

पूंजी पर्याप्तता की मजबूत स्थिति

कोटक महिंद्रा बैंक की पूंजी स्थिति मजबूत बनी हुई है। बैंक का कैपिटल एडेक्वेसी रेशियो 23% है और CET-I रेशियो 22.4% के स्तर पर स्थिर बना है। ये आंकड़े बैंक की पूंजी संरचना और जोखिमों को संभालने की क्षमता को दर्शाते हैं।

सहायक कंपनियों का सकारात्मक योगदान

बैंक की सहायक कंपनियों ने भी अच्छे नतीजे दिए हैं। कोटक एसेट मैनेजमेंट का लाभ 86% बढ़कर ₹326 करोड़ रहा। कोटक महिंद्रा प्राइम का शुद्ध लाभ ₹272 करोड़ (+17%), कोटक सिक्योरिटीज ने ₹465 करोड़ (+16%), और कोटक लाइफ इंश्योरेंस ने ₹327 करोड़ (+88%) का मुनाफा कमाया है। ये इकाइयाँ बैंक के समेकित प्रदर्शन को मजबूत करती हैं।

निष्कर्ष

कुल मिलाकर, कोटक महिंद्रा बैंक ने Q1 FY26 में अपने कोर व्यवसाय को मजबूती से बनाए रखा, लेकिन बढ़ते प्रावधान एवं खर्चों ने शुद्ध लाभ पर दबाव डाला। परिसंपत्ति गुणवत्ता सुरक्षित और पूंजी पर्याप्तता मजबूत रही। आने वाले तिमाहियों में बैंक की कार्यक्षमता और ब्याज दरों में बदलाव से इसका प्रदर्शन तय होगा। बैंक ने चुनौतियों के बीच अच्छे ढंग से संचालन किया है और भविष्य में सुधार की संभावनाएं बनी हुई हैं।

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