RBI ने रखा रेपो रेट 5.5% पर स्थिर, महंगाई घटने से जुड़ी बड़ी खबर!

RBI ने रखा रेपो रेट 5.5% पर स्थिर, महंगाई घटने से जुड़ी बड़ी खबर!

Introduction

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 6 अगस्त 2025 को अपनी मौद्रिक नीति की घोषणा की। वित्तीय और आर्थिक हलकों में यह लगातार ट्रेंड में रही। Google पर “RBI Monetary Policy” को लेकर खास चर्चा देखने को मिली। यहाँ जानिए सभी अहम फैसले, ताजा अपडेट, राहत, और बाजार पर असर—

प्रमुख बिंदु: क्या फैसला हुआ?

  • रेपो रेट स्थिर—RBI की मॉनिटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) ने रेपो रेट 5.50% पर बिना बदलाव के रखा है।

  • नीतिगत रुख (Stance): तटस्थ (Neutral), पहले किए गए रेट कट्स का असर देखने का वक्त है।

  • CRR कट: जून में घोषित कैश रिजर्व रेशियो (CRR) कटौती का असर सितंबर 2025 से लागू होगा (4%→3%, 4 स्टेप्स में)।

  • महंगाई (CPI) आउटपुट:

    • FY26 के लिए अनुमान घटाकर 3.1% कर दिया गया है (पहले 3.7%)।

    • Q2: 2.1%, Q3: 3.1%, Q4: 4.4%; Q1-FY27 में 4.9% होने का अनुमान।

  • GDP अनुमान: FY26 के लिए GDP ग्रोथ 6.5% अनुमानित; Q1—6.5%, Q2—6.7%, Q3—6.6%, Q4—6.3%।

  • सिक्योरिटी: बैंकिंग क्षेत्र में मजबूत पूंजी व तरलता की जानकारी दी—CRAR 17%, Net Interest Margin 3.5%, लिक्विडिटी 132%।

  • RBI का दृष्टिकोण: वैश्विक अनिश्चितता, US द्वारा भारत पर नए टैरिफ, कच्चा तेल की कीमत, मानसून की स्थिति और ग्रामीण-शहरी खपत का असर—नज़र में रहेगा।

पिछले बदलाव और ताजा वजहें

  • 2025 में अब तक 100 बेसिस पॉइंट कट: फरवरी, अप्रैल और जून में रेपो रेट 6.5% से घटाकर 5.5% किया गया था।

  • इन्फ्लेशन कंट्रोल: जून में हेडलाइन इन्फ्लेशन रिकॉर्ड लो (2.1%) पर आ गया।

  • बैंक लोन और क्रेडिट: पहले हुए रेट कट्स का फायदा लोन EMI, हाउसिंग और MSME सेक्टर को मिलने की उम्मीद।

राहत/चुनौतियाँ एवं बाजार प्रतिक्रिया

  • मूल्य/EMI: रेपो रेट स्थिर रहने से होम लोन, आटो लोन आदि की EMI में फिलहाल कोई नई राहत नहीं।

  • बाजार रिएक्शन: रेपो रेट स्थिर रहने के बाद रियल्टी, ऑटो व बैंकिंग सेक्टर के शेयरों में हल्की गिरावट आई।

  • फेस्टिव सीजन: अब त्योहारों का वक्त, डिमांड बढ़ाने, खपत को सपोर्ट देने और बैंकों से लिक्विडिटी सुनिश्चित करने पर फोकस रहेगा।

क्यों चर्चा में रही यह नीति?

  • महंगाई कंट्रोल—रेपो रेट में बार-बार कटौती।

  • US टैरिफ, रूस ट्रेड, मानसून व फूड प्राइस के असर।

  • RBI का “Wait and Watch”—डाटा, इनफ्लेशन व फेडरल रिजर्व के फैसलों के बाद अगला कदम।

  • CRR कटौती से बैंकों में लिक्विडिटी और बढ़ेगी।

निष्कर्ष

RBI ने अगस्त 2025 की मौद्रिक नीति में रेपो रेट 5.5% पर स्थिर रखा और FY26 के लिए महंगाई अनुमान घटाकर राहत दी। अब बाजार, बैंक और आम लोग अगले रेट कट का इंतज़ार कर रहे हैं क्योंकि इकोनॉमी में सुधार और स्थिरता को प्राथमिकता दी गई है। नई घोषणा, ऐप्लिकेशन और EMI को लेकर महत्वपूर्ण अपडेट्स के लिए RBI की वेबसाइट तथा ताज़ा खबरें चेक करते रहें।

 FAQs

  1. RBI की मौद्रिक नीति अगस्त 2025 में रेपो रेट क्या रहा?

    • रेपो रेट 5.5% पर स्थिर रखा गया है; इसमें कोई बदलाव नहीं किया गया।

  2. क्या CRR (कैश रिजर्व रेशियो) में कोई बदलाव हुआ है?

    • हां, CRR कटौती का असर सितंबर 2025 से चार चरणों में लागू होगा (4% से 3%)।

  3. महंगाई (CPI) और GDP ग्रोथ का अनुमान क्या है?

    • FY26 के लिए महंगाई अनुमान घटाकर 3.1% किया गया है, जबकि GDP ग्रोथ 6.5% अनुमानित है।

  4. बैंकिंग सेक्टर, लोन और EMI पर इसका क्या असर होगा?

    • रेपो रेट स्थिर रहने से EMI/लोन में तात्कालिक बदलाव नहीं, लेकिन पहले के कट्स का फायदा जारी रहेगा।

  5. RBI की नीति का फोकस क्या है?

    • महंगाई नियंत्रण, बैंकिंग सेक्टर में लिक्विडिटी, आर्थिक सुधार और डिमांड/ग्रामीण बाजार की मजबूती पर ध्यान।

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