TCS कर्मचारियों की सैलरी बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध: CFO समीर सेक्सेरिया

Introduction

देश की सबसे बड़ी आईटी सेवा कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) ने अपने कर्मचारियों की भलाई को लेकर एक बार फिर अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की है। कंपनी के मुख्य वित्तीय अधिकारी (CFO) समीर सेक्सेरिया ने कहा है कि 6 लाख कर्मचारियों की वेतन वृद्धि कंपनी की प्राथमिकताओं में शामिल है, भले ही कंपनी को लाभ के मोर्चे पर चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा हो।

सेक्सेरिया ने जून तिमाही के नतीजों के बाद प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया (PTI) से बातचीत में कहा, “वेतन वृद्धि हमारे लिए प्राथमिकता है। भले ही हमें ग्रोथ और मार्जिन में दबाव का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन हम अपने कर्मचारियों को उचित रूप से पुरस्कृत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमारे लोग हमारी सफलता की नींव हैं।”

वेतन वृद्धि में हुई देरी, लेकिन होगी जल्द लागू

TCS आमतौर पर हर साल अप्रैल से वेतन वृद्धि लागू करती है, लेकिन इस साल वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं और भू-राजनीतिक स्थितियों के कारण 2025 की सैलरी हाइक प्रक्रिया टाल दी गई थी। समीर सेक्सेरिया ने इस देरी को स्वीकार किया लेकिन भरोसा दिलाया कि जल्द ही वेतन वृद्धि लागू की जाएगी।

उन्होंने कहा, “हम वेतन वृद्धि को टाल नहीं रहे हैं, बल्कि परिस्थिति के अनुसार संतुलन साध रहे हैं ताकि कर्मचारियों को न्यायपूर्ण वृद्धि दी जा सके।”

ऑपरेटिंग मार्जिन और कर्मचारियों में निवेश

TCS की वेतन वृद्धि से उसके ऑपरेटिंग मार्जिन पर लगभग 1.50% का असर पड़ता है। जून तिमाही में कंपनी ने 24.5% ऑपरेटिंग मार्जिन दर्ज किया, जो अपेक्षाकृत बेहतर रहा। सेक्सेरिया ने कहा कि कंपनी का दीर्घकालिक लक्ष्य 26–28% मार्जिन बनाए रखना है और वे उसी दिशा में काम कर रहे हैं।

टैलेंट रिटेंशन को मिल रही प्राथमिकता

कंपनी का एट्रिशन रेट (त्याग दर) वर्तमान में 13.8% है, जो पिछली तिमाहियों की तुलना में थोड़ा अधिक है। इस पर टिप्पणी करते हुए सेक्सेरिया ने कहा, “हम सबसे बेहतरीन टैलेंट को बनाए रखने को प्राथमिकता दे रहे हैं। सिर्फ हेडकाउंट बढ़ाने के लिए हायरिंग करना अब हमारी प्राथमिकता नहीं है।”

कंपनी का मानना है कि उसके पास फिलहाल पर्याप्त क्षमता है और केवल तब ही लेटरल हायरिंग पर विचार किया जाएगा जब डिमांड में ठोस वृद्धि होगी।

नई रणनीति: मुनाफे के साथ विकास

TCS का ध्यान अब रणनीतिक और लाभदायक विकास पर है। कंपनी अनावश्यक विस्तार से बचते हुए ऐसी अधिग्रहण संभावनाएं देख रही है, जो टेक्नोलॉजी और इंडस्ट्री एक्सपर्टीज को मजबूती दें।

सेक्सेरिया ने कहा, “हम अधिग्रहण को लेकर स्पष्ट हैं। हमारा ध्यान क्षमता-वर्धन पर केंद्रित है, ना कि केवल स्केल बढ़ाने पर।”

दीर्घकालिक सोच के साथ आगे बढ़ रही है TCS

हालांकि कंपनी को कुछ मार्जिन दबावों और वैश्विक अनिश्चितताओं का सामना करना पड़ रहा है, फिर भी TCS अपनी निवेश योजनाओं से पीछे नहीं हट रही है। बल्कि वह सोच-समझकर संसाधनों का आवंटन कर रही है।

सेक्सेरिया ने स्पष्ट किया, “हमारे कर्मचारी ही हमारी सफलता की बुनियाद हैं। वेतन वृद्धि, करियर डेवेलपमेंट और रिटेंशन कोई विकल्प नहीं, बल्कि हमारी रणनीति के मूल हैं।”

दुनिया भर की टेक कंपनियां जहाँ छंटनी, वेतन फ्रीज़ और हायरिंग में कटौती जैसे कदम उठा रही हैं, वहीं TCS की रणनीति इसे अलग बनाती है। कंपनी न केवल अपने कर्मचारियों को सम्मानित कर रही है, बल्कि उन्हें भविष्य के लिए तैयार भी कर रही है।

आगे क्या?

अब सबकी नजरें इस पर होंगी कि TCS कब तक अपनी टाली गई वेतन वृद्धि लागू करती है और यह रणनीति उसे बेहतर रिटेंशन और प्रदर्शन में कितनी मदद करती है।

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